गाजा संघर्ष को लेकर एक बड़ी कूटनीतिक सफलता के संकेत मिल रहे हैं। अमेरिका की मध्यस्थता में तैयार किए गए युद्धविराम प्रस्ताव पर हमास ने “सकारात्मक प्रतिक्रिया” दी है, जिसका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्वागत करते हुए जल्द ही स्थायी शांति समझौते की उम्मीद जताई है। ट्रंप ने कहा कि यह शांति स्थापित करने का उपयुक्त समय है और चेतावनी दी कि अगर यह अवसर निकला, तो हालात और खराब हो सकते हैं। गौरतलब है कि गाजा में अब तक 57,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जिससे इस शांति प्रस्ताव की गंभीरता और आवश्यकता और भी बढ़ गई है।
मध्यस्थ देशों कतर और मिस्र को हमास ने जो जवाब दिया है, उसे सकारात्मक माना जा रहा है। हमास के एक अधिकारी ने पुष्टि की है कि समूह ने फिलिस्तीनी संगठनों के साथ आंतरिक विचार-विमर्श पूरा कर लिया है और अब वह मध्यस्थों के ताजा प्रस्ताव पर बातचीत शुरू करने के लिए तैयार है। प्रस्तावित योजना के तहत 60 दिनों के लिए युद्धविराम लागू होगा। इजरायल पहले ही इस योजना को मंजूरी दे चुका है। योजना के तहत पहले दिन 10 इजरायली बंधकों की रिहाई होगी, जिनमें 8 जीवित और 2 मृतकों के शव होंगे, और इसके बदले में फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाएगा। इसके साथ ही, इजरायल उत्तरी गाजा के कुछ हिस्सों से सेना हटाएगा और इसके बाद दोनों पक्ष स्थायी युद्धविराम पर बातचीत शुरू करेंगे।
इस योजना में मानवीय सहायता के लिए भी प्रावधान किया गया है। इजरायल को पारंपरिक माध्यमों से गाजा में राहत सामग्री की आपूर्ति बढ़ाने की अनुमति देनी होगी। बंधकों की रिहाई को चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। इस प्रस्ताव के पीछे कतर और मिस्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जिसे ट्रंप ने खुले तौर पर सराहा और दोनों देशों को धन्यवाद दिया। ट्रंप ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि ईरान ने अभी तक अपने परमाणु कार्यक्रम की जांच या यूरेनियम संवर्धन को रोकने पर सहमति नहीं दी है। उन्होंने दावा किया कि ईरान की परमाणु क्षमता को स्थायी रूप से पीछे धकेल दिया गया है, लेकिन यह भी स्वीकार किया कि तेहरान किसी अन्य स्थान पर फिर से गतिविधियां शुरू कर सकता है। ट्रंप ने पुष्टि की कि वे सोमवार को व्हाइट हाउस में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात करेंगे और ईरान सहित शांति प्रक्रिया पर चर्चा करेंगे।
इस बीच, फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाज़ा में युद्ध शुरू होने के बाद से 57,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। युद्धविराम की इस नई पहल को अंतरराष्ट्रीय दबाव और इसराइल की लगातार बमबारी के बीच महत्वपूर्ण माना जा रहा है। नेतन्याहू ने भी संकेत दिया है कि ईरान में की गई इजरायली कार्रवाइयों ने कुछ नए अवसर खोले हैं, जिनमें शेष बंधकों की रिहाई की संभावनाएं शामिल हैं। अमेरिका रवाना होने से पहले नेतन्याहू अपने मंत्रिमंडल के साथ इस प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे, हालांकि उनकी गठबंधन सरकार में शामिल कुछ कट्टरपंथी दल इस प्रस्ताव का विरोध कर सकते हैं।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा कि इजरायल आवश्यक शर्तों को मान चुका है और हमास को यह प्रस्ताव स्वीकार कर लेना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी, “यह प्रस्ताव इससे बेहतर नहीं होगा, स्थिति केवल और खराब होगी।” ट्रंप का यह बयान इस बात को दर्शाता है कि अमेरिका इस बार गाजा संघर्ष को लेकर अधिक निर्णायक और सक्रिय भूमिका निभा रहा है।-(ANI)